लेखनी प्रतियोगिता -17-Sep-2022 प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

जो स्वाभिमान से खड़ा हुआ चलता है अविचल राहों में,
मेरा स्वर्णिम भारत हो विश्व गुरु रखता है सदा निगाहों में। 

धरा गुजरात की धन्य हुई, नन्हे नरेंद्र मोदी ने जन्म लिया, 
होश संभाला तो  पिता को चाय की दुकान में मदद किया।

स्नातक कर घर था थोड़ा भारत के भ्रमण पर निकल पड़े, 
दो सालों तक भारत की यात्रा धार्मिक केंद्रों में घुमड़ पड़े।

गुजरात यात्रा से लौटे तब आर एस एस के कार्यकर्ता बने,
1975  के आपातकाल में झेला अज्ञातवास बीजेपी से सने 

बचपन में हुई शादी का मोल ना समझा रखा सदा ही गुप्त, 
2014 के चुनाव में स्वीकारा जसोदाबेन को दिया पत्नीत्व।

पहले मुख्यमंत्री गुजरात के फिर बने प्रधानमंत्री भारत के,  
सजा दिया भारत को प्रेरक व्यक्तित्व व लेखक अवतार से।

भारत में अशिक्षित न हो कोई सबके सब साक्षर हो जाएं,
यह नरेंद्र दामोदर मोदी का नारा साकार धरा पर हो जाए।

नित नई योजना बना करे सुलभ भारत में जन का जीना, 
राम मंदिर का शिलान्यास हर हिंदू का मन महके भीना।

मुगल काल में तोड़ के मंदिर निर्मित कर डाली थी मस्जिद,
अब आ गया है मोदी काल मस्जिद तोड़ उद्धरित मंदिर ।

भारत के हर दिल ने सराहा उनका यह कृत्य हरमन भाया ,
कहती 'अलका' दिल से भाया जन जन का हृदय हर्षाया।

अलका गुप्ता 'प्रियदर्शिनी' 
लखनऊ उत्तर प्रदेश।
स्व रचित मौलिक व अप्रकाशित
@सर्वाधिकार सुरक्षित। 

   16
8 Comments

Abhinav ji

18-Sep-2022 09:01 AM

Nice👍

Reply

उम्दा सृजन और अभिव्यक्ति एकदम उत्कृष्ठ

Reply

Swati chourasia

17-Sep-2022 10:37 PM

बहुत ही सुंदर रचना 👌👌

Reply